पवित्रशास्त्र
3 नफी 2


अध्याय 2

लोगों के बीच दुष्टता और घृणित कार्य बढ़ता है—गडियन्टन डाकुओं से आत्मरक्षा के लिए नफाई और लमनाई एक साथ मिल जाते हैं—परिवर्तित लमनाई स्वच्छ हो जाते हैं और नफाई कहलाते हैं । लगभग 5–16 ईसवी ।

1 और ऐसा हुआ कि इस प्रकार पंचानबेवां वर्ष भी समाप्त हो गया, और लोग उन चिन्हों और आश्चर्यकर्मों को भूलने लगे जिसके विषय में उन्होंने सुना था, और स्वर्ग से मिल रहे चिन्ह और आश्चर्यकर्म के कारण उनके अचम्भे में बहुत कमी आ जाती है जिससे कि उनके हृदय कठोर और उनका मन अंधा हो गया, और उन सभी बातों पर वे अविश्वास करने लगे जिसे उन्होंने सुना या देखा था ।

2 अपने हृदयों में कुछ व्यर्थ की चीजों की कल्पना करते हुए, कि लोगों को पथभ्रष्ट करने और उन्हें धोखा देने के लिए यह मनुष्यों द्वारा और शैतान की शक्ति द्वारा गढ़ा गया है; और इस प्रकार शैतान फिर से लोगों के हृदयों पर कब्जा कर लेता है, इतना अधिक कि वह उनकी आंखों पर पट्टी बांध देता है और उन्हें विश्वास दिलाता है कि मसीह का सिद्धांत मूर्खतापूर्ण और व्यर्थ है ।

3 और ऐसा हुआ कि लोग दुष्टता और घृणित कार्यों में मजबूत होने लगे; और उन्होंने विश्वास नहीं किया कि और भी चिन्ह और आश्चर्यकर्म दिखाए जाएंगे; और शैतान लोगों के हृदयों को पथभ्रष्ट करता रहा, उन्हें ललचाता रहा और प्रदेश में उनसे भारी दुष्टता करवाता रहा ।

4 और इस प्रकार छियानबेवां वर्ष बीत गया; और संतानबेवां वर्ष भी; और अंठानबेवां वर्ष भी, और निन्यानबेवां वर्ष भी बीत गया ।

5 और सौवां वर्ष भी बीत चुका था, उस मुसायाह के समय से लेकर जो कि नफाई लोगों का राजा था ।

6 और लेही ने जब यरूशलेम छोड़ा था तब से लेकर छह सौ और नौ वर्ष बीत चुके थे ।

7 और जब चिन्ह दिया गया था तब से लेकर अब तक नौ वर्ष बीत चुके थे, जिसके विषय में भविष्यवक्ताओं ने बताया था कि मसीह संसार में आएगा ।

8 अब से नफाई अपने समय की गणना करने लगे, इस समय से जब चिन्ह दिया गया था, या मसीह के आगमन से; इसलिए, नौ वर्ष बीत चुके थे ।

9 और नफी जो कि नफी का पिता था जिसे अभिलेखों की जिम्मेदारी दी गई थी, जराहेमला प्रदेश वापस लौटकर नहीं आया, और वह पूरे प्रदेश में कहीं भी नहीं पाया गया ।

10 और ऐसा हुआ कि लोगों के बीच में जो प्रचार-कार्य और भविष्यवाणी हुई थी उसके बावजूद भी वे दुष्टता ही में पड़े रहे; और इस प्रकार दसवां वर्ष भी बीत गया; और ग्यारवां वर्ष भी अधर्म में बीत गया ।

11 और ऐसा हुआ कि तेरहवें वर्ष में पूरे प्रदेश में युद्ध और वाद-विवाद होने लगे; क्योंकि गडियन्टन डाकुओं की संख्या बहुत बढ़ गई थी, और उन्होंने कई लोगों की हत्या की, और कई नगरों को नष्ट किया, और पूरे प्रदेश में मृत्यु और संहार इतनी भारी संख्या में हुआ कि सारे लोगों, नफाई और लमनाई दोनों के लिए, उन के विरूद्ध हथियार उठाना आवश्यक हो गया ।

12 इसलिए, वे सारे लमनाई जो प्रभु में परिवर्तित हुए थे अपने नफाई भाइयों से मिल गए, और अपने जीवन और अपनी स्त्रियों और अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए गडियन्टन डाकुओं के विरूद्ध हथियार उठाने को बाध्य हुए, हां, और अपने अधिकार को, और अपने गिरजे और अपनी आराधना के सुअवसरों को, और अपनी स्वतंत्रता और स्वाधीनता को बनाए रखने के लिए भी हथियार उठाने को बाध्य हुए ।

13 और ऐसा हुआ कि इस तेरहवें वर्ष के समाप्त होने से पहले इस युद्ध के कारण हुए संपूर्ण विनाश से नफाई संकट में पड़ गए थे जो कि अत्यंत दुखदाई था ।

14 और ऐसा हुआ कि जो लमनाई नफाइयों से मिल गए थे, उनकी गिनती नफाइयों में हुई ।

15 और उन पर से श्राप हटा लिया गया, और उनकी त्वचा नफाइयों के समान गोरी हो गई ।

16 और उनके युवा लड़के और उनकी लड़कियां बहुत ही सुंदर बन गए, और उनकी गिनती नफाइयों में हुई, और वे नफाई कहलाए । और इस प्रकार तेरहवां वर्ष समाप्त हुआ ।

17 और ऐसा हुआ कि चौदहवें वर्ष के आरंभ में, डाकुओं और नफी के लोगों के बीच युद्ध जारी रहा और अत्याधिक दुखदाई था; फिर भी, नफी के लोगों ने डाकुओं पर बहुत सफलता प्राप्त की, इतनी अधिक कि उन्होंने उन्हें वापस उनके प्रदेश, पहाड़ों और गुप्त स्थानों पर खदेड़ दिया ।

18 और इस प्रकार चौदहवां वर्ष समाप्त हुआ । और पंद्रहवें वर्ष में उन्होंने नफी के लोगों पर आक्रमण कर दिया; और नफी के लोगों की दुष्टता के कारण, और उनके बीच के वाद-विवाद और मतभेदों के कारण गडियन्टन डाकुओं को उन पर बहुत सफलता प्राप्त हुई ।

19 और इस प्रकार पंद्रहवां वर्ष समाप्त हुआ । इस प्रकार लोग बहुत सी परेशानियों में थे; और विनाश की तलवार उन पर लटकी रही, इतनी अधिक कि लगभग वे इससे मारे जाने की स्थिति में हो गए थे, और ऐसा उनके अधर्म के कारण था ।