पवित्रशास्त्र
1 नफी 12


अध्याय 12

नफी दिव्यदर्शन में प्रतिज्ञा के प्रदेश; इसमें रहने वालों की धार्मिकता, अधर्म और पतन; उनके बीच परमेश्वर के मेमने के आने को देखता है; कैसे बारह शिष्य और बारह प्रेरित इस्राएल का न्याय करेंगे; और उन घृणित और गंदी अवस्था वालों का जो अविश्वास में पतित हो रहे हैं । लगभग 600–592 ई.पू.

1 और ऐसा हुआ कि स्वर्गदूत ने मुझसे कहा: नजरें उठाओ, और अपने वंश और अपने भाइयों के वंशों को भी देखो । और मैंने नजरें उठाई और प्रतिज्ञा का प्रदेश देखा; और मैंने लोगों की एक भीड़ देखी, हां, इसकी संख्या समुद्र तट के रेत के समान थी ।

2 और ऐसा हुआ कि मैंने भीड़ को एक दूसरे से युद्ध करने के लिए एकत्रित होते हुए देखा; और मैंने युद्धों, और युद्ध की अफवाहें, और अपने लोगों के बीच तलवार से बड़ी मार-काट को देखा ।

3 और ऐसा हुआ कि मैंने कई पीढ़ियो को प्रदेश में युद्ध और विवाद करते हुए गुजरते देखा, और मैंने कई शहरों को देखा, हां, इतने अधिक कि मैं उन्हें गिन नहीं सका ।

4 और ऐसा हुआ कि मैंने प्रतिज्ञा के प्रदेश के ऊपर अंधकार की धुंधको देखा; और मैंने बिजली चमकती देखी, और मेघ की गर्जन, और भूकंप, और हर एक प्रकार के कोलाहल को सुना; और मैंने पृथ्वी और चट्टानों को देखा, कि उनमें दरार पड़ गई थी; और मैंने पहाड़ों को गिर कर चूर चूर होते देखा; और मैंने पृथ्वी के मैदानों को देखा, जो कि उबड़-खाबड़ हो गए थे; और मैंने कई शहरों को देखा जो कि धंस गए थे; और मैंने बहुतों को देखा जो कि आग में जल गए थे; और मैंने बहुतों को देखा जो कि भूकंप के कारण पृथ्वी में ढह गए थे ।

5 और ऐसा हुआ कि इन घटनाओं को देखने के पश्चात, मैंने अंधकार के कोहरे को देखा, कि वह पृथ्वी के ऊपर से हट गया; और देखो, मैंने भीड़ को देखा जो प्रभु के महान और भयानक न्याय के कारण गिरे नहीं थे ।

6 और मैंने स्वर्ग को खुलते और परमेश्वर के मेमने को स्वर्ग से उतरते देखा; और वह नीचे उतरा और उन पर अपने आपको प्रकट किया ।

7 और मैंने देखा और गवाही देता हूं कि अन्य बारह जनों पर भी पवित्र आत्मा उतरी थी; और वे परमेश्वर के नियुक्त, और चुने हुए थे ।

8 और स्वर्गदूत ने मुझसे कहा: मेमने के बारह शिष्यों को देखो, जिन्हें तुम्हारे वंश की सेवा करने के लिए चुना गया है ।

9 और उसने मुझसे कहा: क्या तुम्हें मेमने के बारह प्रेरित याद हैं ? देखो वे वही हैं जो इस्राएल की बारह जातियों का न्याय करेंगे; इसलिए, तुम्हारे वंश के बारह सेवकों का न्याय उन्हीं के द्वारा होगा; क्योंकि तुम इस्राएल के घराने के हो ।

10 और ये बारह सेवक जिन्हें तुम देख रहे हो तुम्हारे वंश का न्याय करेंगे । और, देखो, वे हमेशा के लिए धर्मी हैं; क्योंकि परमेश्वर के मेमना में विश्वास होने के कारण उनकी पोशाकें उसके रक्त में धुल कर निर्मल सफेद हो चुकी हैं ।

11 और स्वर्गदूत ने मुझसे कहा: नजरें उठाओ ! और मैंने नजरें उठाई, और तीन पीढ़ियों को धार्मिकता से गुजरते हुए देखा जिनकी पोशाकें परमेश्वर के मेमने की तरह निर्मल सफेद थीं । और स्वर्गदूत ने मुझसे कहा: मेमने में इनके विश्वास के कारण इनको उसके रक्त से निर्मल सफेद किया गया है ।

12 और मैं, नफी ने, चौथी पीढ़ी को भी धार्मिकता से गुजरते हुए देखा ।

13 और ऐसा हुआ कि मैंने पृथ्वी की भीड़ को एकत्रित होते देखा ।

14 और स्वर्गदूत ने मुझ से कहा: अपने वंशों को देखो, और अपने भाइयों के वंशों को भी ।

15 और ऐसा हुआ कि मैंने नजरें उठाई और अपने वंश के लोगों को भीड़ में अपने भाइयों के वंश के विरूद्ध एकत्रित होते हुए देखा; और वे युद्ध करने के लिए एकत्रित हुए थे ।

16 और मुझ से स्वर्गदूत ने कहा: दूषित जल के उस झरने को देखो जिसको तुम्हारे पिता ने देखा था; हां, उस नदी को भी देखो जिस के विषय में उन्होंने कहा था; और उसकी गहराई नरक की गहराई है ।

17 और अंधकार की धुंध शैतान के प्रलोभन हैं, जो आंखों को अंधा कर देतें हैं, और मानव संतान के हृदयों को कठोर बनाते, और उन्हें चौड़े रास्तों पर ले जाते हैं, ताकि वे नष्ट हो जाएं और खो जाएं ।

18 और वह बड़ा और लंबा चौड़ा भवन, जिसे तुम्हारे पिता ने देखा था, वह मानव संतान की निरर्थक कल्पना और अहंकार है । और उनको एक बहुत बड़ी और भयंकर खाई विभाजित करती है; हां, अनंत परमेश्वर और मसीहा के न्याय के शब्द, जो कि परमेश्वर का मेमना है, जिसकी साक्षी पवित्र आत्मा, संसार के आरंभ से वर्तमान समय तक, और वर्तमान समय से हमेशा देती रहेगी ।

19 और जब स्वर्गदूत इन शब्दों को कह रहा था, तब मैंने स्वर्गदूत के शब्द के अनुसार अपने भाइयों के वंश को मेरे अपने वंश के विरूद्ध विवाद करते हुए देखा; और अपने वंश के अहंकार, और शैतान के प्रलोभनों के कारण, मैंने देखा कि मेरे भाइयों के वंश ने मेरे वंश के लोगों को हरा दिया था ।

20 और ऐसा हुआ कि मैंने अपने भाइयों के वंश को मेरे वंश को हरा कर प्रदेश भर में भारी संख्या में फैलते हुए देखा ।

21 और मैंने उनको भीड़ में एकत्रित होते देखा; और मैंने उनके बीच युद्धों और युद्ध की अफवाहों को देखा; और युद्धों और युद्ध की अफवाहों में मैंने कई पीढियों को गुजरते हुए देखा ।

22 और स्वर्गदूत ने मुझसे कहा: देखो, ये अविश्वास में विलीन हो जाएंगे ।

23 और ऐसा हुआ कि मैंने देखा, वे अविश्वास में विलीन होने के बाद काले, और घृणित, और गंदे लोग हो गए, आलसी और सभी प्रकार के घृणित काम करने लगे ।