पवित्रशास्त्र
याकूब 6


अध्याय 6

प्रभु अंतिम दिनों में इस्राएल को बचाएगा—संसार आग में जला दिया जाएगा—मनुष्य को आग और गंधक की झील से बचने के लिए मसीह का अनुसरण करना चाहिए । लगभग 544–421 ई.पू.

1 और अब, देखो, मेरे भाइयों, मैंने यह कहा था कि मैं भविष्यवाणी करूंगा, देखो, यह मेरी भविष्यवाणी है—कि इस्राएल के घराने के विषय में भविष्यवक्ता जीनस, जिन्होंने उसकी एक प्राकृतिक जैतून के वृक्ष से तुलना की थी, वह निश्चय ही पूरी होगी ।

2 और जिस दिन वह अपने लोगों को प्राप्त करने के लिए दुबारा हाथ बढ़ाएगा, वही वह दिन होगा जब कि प्रभु के सेवक उसकी शक्ति के साथ उसके बगीचे की देखभाल करने और छांटने के लिए अंतिम बार जाएंगे; और तब अंत शीघ्र आएगा ।

3 और कितने धन्य हैं वे लोग जिन्होंने उसके बगीचे में परिश्रम किया है; और कितने शापित हैं वे लोग जिन्हें उनके स्थानों पर फेंका जाएगा । और संसार को अग्नि से जलाया जाएगा ।

4 और इस्राएल के घराने की जड़ और शाखाओं को याद रखने के लिए हमारा परमेश्वर हम पर कितना दयालु है; और वह उनके लिए पूरे दिन अपना हाथ आगे बढ़ाता रहता है; किन्तु वे हठी और स्वार्थी लोग हैं; लेकिन जितने लोग हृदय को कठोर नहीं करेंगे; उनको परमेश्वर के राज्य में बचा लिया जाएगा ।

5 इसलिए, मेरे प्रिय भाइयों, मैं विवेकमय शब्दों से तुमसे कहता हूं कि तुम पश्चाताप करो, और सच्चे हृदय से परमेश्वर के पास आओ और जैसे वह तुम्हारे लिए प्रयत्नशील है वैसे ही तुम भी उसके लिए प्रयत्न करो । और दिन के प्रकाश में जब तक उसकी दया का हाथ तुम्हारी ओर बढ़ा है, तुम अपने हृदय को कठोर मत करो ।

6 हां, आज, यदि तुम उसकी वाणी को सुनते हो, तो अपने हृदय को कठोर मत करना; क्योंकि तुम मरना क्यों चाहोगे ?

7 क्योंकि देखो, सारा दिन परमेश्वर की अच्छी वाणी द्वारा पोषित किये जाने के पश्चात क्या तुम बुरा फल खाओगे जिससे कि तुम्हें काटकर अग्नि में डाल दिया जाए ?

8 देखो, क्या तुम इन शब्दों को अस्वीकार कर दोगे ? क्या तुम भविष्यवक्ताओं की बातों को अस्वीकार कर दोगे ? मसीह के विषय में इतने लोगों द्वारा कही गई बातों को सुनने के पश्चात क्या तुम उसे अस्वीकार कर दोगे; और मसीह की अच्छी वाणी, और परमेश्वर की शक्ति, और पवित्र आत्मा के उपहार को अस्वीकार करोगे, और पवित्र आत्मा की चिंगारी बुझा दोगे, और मुक्ति की उस महान योजना का मजाक उड़ाओगे, जिसे तुम्हारे लिए तैयार किया गया है ?

9 क्या तुम नहीं जानते कि यदि तुमने ऐसा किया तब प्रायश्चित द्वारा पाप की मुक्ति और पुन:जीवन प्राप्त करने की शक्ति जो मसीह में है, वह तुम्हें परमेश्वर के न्याय सिंहासन के सामने लज्जित कर गंभीर अपराध से दोषित कर खड़ा कर देगी ?

10 और न्याय को अस्वीकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जो बल न्याय में है उसके अनुसार तुम्हें अग्नि और गंधक की झील में जाना पड़ेगा जिसकी लपटों की प्यास बुझाई नहीं जा सकती और यह अग्नि और गंधक की झील अंतहीन क्लेश है ।

11 तब, हे मेरे प्रिय भाइयों, तुम पश्चाताप करो और तंग द्वार से प्रवेश करो, और जो रास्ता संकरा है उस पर तब तक चलते जाओ जब तक कि तुम्हें अनंत जीवन प्राप्त न हो जाए ।

12 ओह बुद्धिमान बनो; और इससे अधिक मैं क्या कह सकता हूं ?

13 अंत में, मैं तुम्हें अलविदा कहता हूं, जब तक हम परमेश्वर के उस आनंददायक न्याय सिंहासन के सामने न मिलें जो कि पापियों को भयंकर आतंक और भय से दहलाता है । आमीन ।