2019
बड़े दिन की कहानी सेवकाई के विषय में हमें क्या सीखाती है
दिसंबर 2019


सेवकाई सिद्धांत, दिसंबर 2019

बड़े दिन की कहानी सेवकाई के विषय में हमें क्या सिखाती है

“यह वर्ष का सबसे प्रिय समय होता है । कविता गाएं; बड़ा दिन का समय जल्द आने वाला है । यीशु के जन्म की सच्ची कथा सुनाएं, बालक के रूप में, वह पृथ्वी आया” (“The Nativity Song,”Children’s Songbook, 52) ।

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Detail from Behold the Lamb of God, by Walter Rane

बड़ा दिन का समय अनोखा होता है जब भेड़ें, चरवाहे, चरनियां, और तारे एकाएक नय अर्थ ले लेते हैं । वे मानव इतिहास में अति महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक: यीशु मसीह के जन्म को फिर से कहने में महत्वपूर्ण अदाकार बन जाते हैं । बहुत से परिवार अपने घरों में चरनी के दृश्य को प्रदर्शित करते हैं । अन्य उसके जन्म की कहानी को पढ़ते या झांकी में भाग लेते हैं । मसीह की सभी कहानियों के समान, उसके जन्म की कहानी सेवकाई के विषय में शिक्षाओं से भरी है जिन्हें हम सीख सकते हैं, दुनिया को प्रकाशित करने के लिए अपनी ज्योति साझा करने के बारे में । प्रथम अध्यक्षता में द्वितीय सलाहकार, अध्यक्ष हेनरी बी. आएरिंग कहते हैं, “बड़े दिन की कहानी प्रेम की कहानी है” ।

“… - मसीह के जन्म की कहानियों में, हम देख और महसूस कर सकते हैं वह कौन था और वह कौन है । यह मार्ग में हमारे बोझ को हल्का करता है । और यह हमें स्वयं को भूलने और दूसरों के बोझ को हल्का करने की ओर ले जाता है ।”1

“उनके लिये सराय में कोई जगह नहीं थी” (लूका 2:7)

सराय का मालिक उद्धारकर्ता को जगह देने में असफल रहा था, लेकिन हमें यह गलती नहीं करनी चाहिए ! हमें अपने भाइयों और बहनों के लिये अपने मेजों पर, अपने घरों में, और अपनी परंपराओं में स्थान देकर, हम उद्धारकर्ता के लिये अपने हृदयों में जगह बना सकते हैं । अन्य लोगों को शामिल करके बहुत सी पारिवारिक परंपराएं मधुर और अधिक यादगार बनाई जा सकती हैं । किसी को अपने साथ बड़े दिन मनाने का निमंत्रण देना डायना और उसके परिवार की परंपरा थी । प्रत्येक दिसंबर, वे चर्चा करते और निर्णय लेते वे किसे निमंत्रण देना चाहते हैं ।2 शायद आपका परिवार भी ऐसी परंपरा आरंभ कर सकता है । हो सकता है जिसकी आप सेवा करते हैं वह आपके परिवार के साथ मिलकर पसंदीदा बड़े दिन के गीत गाना चाहे । आप अपने बड़े दिन के भोजन पर किसी एक को जिसका परिवार उस क्षेत्र में न रहता हो निमंत्रण दे सकते हैं ।

दूसरों को शामिल कर उद्धारकर्ता का अनुसरण करना उसके जन्म को मनाने का इससे बेहतर तरीका क्या हो सकता है ? याद रखें कि वह “काले और गोरे, गुलाम और स्वतंत्र, पुरूष और स्त्री, किसी को भी अपने पास आने के लिए मना नहीं करता है; और वह गेर इसाई को भी याद करता है; और यहूदी और गेर यहूदी दोनों परमेश्वर के लिए समान हैं” (2- नफी 26:33) । स्थान बनाएं और शामिल करें ।

“और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुंड का पहरा देते थे” (लूका 2:8)

यह उचित लगता है कि नवजात शिशु उद्धारकर्ता का स्वागत करने वालों के बीच चरवाहे प्रथम थें । प्राचीन के भविष्यवक्ताओं ने यीशु मसीह को “इस्राएल का चरवाहा”(भजन संहिता 80:1 ) और “संपूर्ण पृथ्वी का चरवाहा” बताया था (1 नफी 13:41) । और स्वयं मसीह ने कहा था, “मैं अच्छा चरवाह हूं, और अपनी भेड़ों को जानता हूं” (यूहन्ना 10:14) । अपनी भेड़ों को जानना और देख-भाल करना जैसा उद्धारकर्ता करता है सेवकाई का मुख्य हिस्सा है ।

झिलमिल रोशनी और अलंकृत सजावट के साथ, बड़े दिन का समय चमचमाते प्रकाश और सज-सजावट से अधिक है । लेकिन शायद इस समय की अत्याधिक सुरंदरता उस समय होती है जब हम अपना ध्यान उन पर केंद्रित करते हैं जिनकी हम सेवकाई करते और अपने समुदाय की देख-भाल करते हैं । देख-भाल करने का अर्थ किसी की पसंद का ध्यान रखना या किसी की छुट्टियों की योजना पूछना हो सकता है । हम देख-भाल करते हैं जब हम दूसरों की जरूरतों का ध्यान रखते और पूरा करते हैं---स्पष्ट और अस्पष्ट दोनों तरह की ।

जब शेरिल ने अचानक अपने पति, माईक को खो दिया, तो वह बिलकुल टुट चुकी थी । जब उसके बिना उसका पहला बड़ा दिन निकट आया, तो उसका अकेलापन बढ़ गया । शुक्र है, उसकी सेवकाई बहन शोएना उसके साथ थी । शोएना और उसका पति, जिम, ने शेरिल को कई बार छुट्टियों में बाहर घुमने के लिये निमंत्रण दिया था । उनका ध्यान शेरिल के फटे कोट पर गया और इस विषय में कुछ करने का निर्णय लिया । बड़े दिन से कुछ दिन पहले, शोएना और जिम शेरिल के लिये बड़े दिन का उपहार लाए: एक सुंदर नया कोट । वे शेरिल की शरीर की एक गरम कोट की जरूरत के साथ उसकी भावनात्मक जरूरते आराम और संगति को भी समझते थे । उन्होंने उन जरूरतों को अच्छे से पूरा कर और एक सुंदर उदाहरण रखा कैसे हम भी अपने समुदाये की देख-भाल कर सकते हैं ।3

“गड़ेरियों ने आपस में कहा, आओ, हम बैतलहम भी जाएं” (लूका 2:15)

“आओ हम जाएं” एक उल्लासपूर्ण निमंत्रण है ! चरवाहों ने यह नहीं विचारा कि उनके साथी बहुत थक चुके है और वहां तक नहीं पहुंच सकते थें । वे अपने से अकेले बैहतलम नहीं गए । उन्होंने उल्लासित होकर एक दूसरे से कहा, “आओ हम जाएं !”

अब जबकि हम अपने साथियों को बालक उद्धारकर्ता को देखने का निमंत्रण नहीं दे सकते हैं, हम उन्हें हमारे साथ सेवा करके बड़े दिन की भावना (या मसीह की आत्मा) को महसूस करने का निमंत्रण दे सकते हैं । “अपने आस-पास के लोगों की उदारता से मदद करना और उनके साथ होना बड़े दिन की भावना को बढ़ाने का तरीका है” युवतियों की पूर्व महा अध्यक्षा बोनी एल ओस्करसन ने कहा था ।4 कल्पना करें आपके हाथ में मोमबत्ती है । अवश्य ही दूसरे आपकी मोमबत्ती की ज्योति को देखकर और इसका लाभ उठा सकते हैं, लेकिन उस उत्साह की कल्पना करें जब आप अपनी मोमबत्ती का उपयोग उनकी मोमबत्ती जलाने के लिये करते और उन्हें स्वयं की ज्योति थामने का मौका देते हो ।

मसीह ने स्वयं सीखाया था कि जो उसका अनुसरण करते हैं जीवन की ज्योति पाएंगे (देखें यूहन्ना 8:12)। उसके समान सेवा करने से हम उसका अनुसरण और उसकी प्रतिज्ञा की गई ज्योति को प्राप्त कर सकते हैं । इसलिये दूसरों को अपने साथ सेवा करने का निमंत्रण देकर ज्योति को बांटें ! कैसे आप और वे जिनकी आप सेवा करते हैं मिलकर सेवा कर सकते हैं ? एकसाथ आप अपना पसंदीदा भोजन बना सकते हैं या किसी को छोटा सा उपहार या संदेश दे सकते हैं । एकसाथ आप दोनों उस ज्योति को महसूस कर सकते हैं जो मसीह का उदाहरण का अनुसरण करने से आती है ।

“उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उनसे कही गई थी, प्रगट की” (लूका 2:17)

चरवाहों के उत्साहपूर्ण आनंद की कल्पना करना सरल है जब उन्होंने मसीह के जन्म के आश्चर्यजनक समाचार को बहुत से लोगों को बांटा था । स्वर्गदूतों द्वारा घोषित, भविष्यवाणी की गई मसीहा आया था ! वह यहां था ! दरसल में, उद्धारकर्ता का शुभ संदेश बांटना जन्म की कहानी का प्रमुख विषय है । स्वर्गदूतों ने गाया था । तारे ने मार्ग दिखाया । और चरवाहों ने सबको बताया ।

हम शुभ संदेश बांटकर और उद्धारकर्ता की गवाही देकर बड़े दिन की कहानी में अपनी वाणी शामिल कर सकते हैं । “जब आपके पास अपने सेवकाई प्रयासों में उद्धारकर्ता का प्रदर्शन करने का अवसर होता है, तो स्वयं से पूछें, ‘कैसे मैं इस व्यक्ति या परिवार के साथ सुसमाचार की ज्योति बांट सकता हूं?” सहायता संस्था की अध्यक्षा, बहन जीन बी. बिंगम, ने सीखाया था । “आत्मा मुझे क्या करने के लिये प्रेरणा देता है ?”5

विचार करने के लिये नीचे कुछ सुझाव है जब आप जानना चाहते हैं कैसे मैं उद्धारकर्ता की गवाही और उसके सुसमाचार को बांट सकता हूं:

  • धर्मशास्त्र की खोज करें जो उद्धारकर्ता के विषय में आपका ध्यान खींचती है या बताएं आप उसके प्रति कितने आभारी हैं । इन्हें उनके साथ बांटें जिनकी आप सेवकाई करते हैं ।

  • बड़े दिन के विडियो के साथ एसएमएस या सोशल मिडिया संदेश पर भेजें । ChurchofJesusChrist.org पर कुछ बेहतरिन विडियो उपलब्ध हैं !

  • किसी मित्र को विशेष समृति या परंपरा के विषय में बताएं जो आपको मसीह की याद दिलाती है ।

विश्वास रखें कि पवित्र आत्मा आपकी गवाही की सच्चाई का साक्ष्य देगी, ठीक जैसे उसने शमौन और हन्नाह को गवाही दी थी कि बालक यीशु ही उद्धारकर्ता हैं (देखें लूका 2:26, 38) ।

“[यीशु मसीह] का संसार में आगमन का सच में सम्मान करने के लिये, हमें वैसा ही करना चाहिए जैसा उसने किया था और करूणा और दया से अपने साथियों की मदद करनी चाहिए,” बारह प्रेरितों की परिषद के एल्डर डिएटर एफ. उकडोर्फ ने कहा था । “ऐसा हम प्रतिदिन कर सकते हैं, वचनों और कार्यों द्वारा । इसे हमारे बड़े दिन की परंपरा बननी चाहिए, चाहे हम कहीं भी हों---दयालु हों, अधिक क्षमा करने वाले बनें, कम आलोचना करें, अधिक आभारी और जरूरतमंद के साथ अधिक प्रचुरता से अपनी बहुतायत में से बांटे ।”6

विवरण

  1. Henry B. Eyring, “Christmas Stories” (First Presidency Christmas devotional, Dec. 6, 2009), broadcasts.ChurchofJesusChrist.org.

  2. देखें Daiana Melina Albornoz Díaz, “Sharing Christmas,” लियाहोना, Dec. 2007, 17.

  3. देखें Cheryl Boyle, “He Would Have Bought It for You,” Ensign, Dec. 2001, 57.

  4. Bonnie L. Oscarson, “Christmas Is Christlike Love” (First Presidency Christmas devotional, Dec. 7, 2014), broadcasts.ChurchofJesusChrist.org.

  5. Jean B. Bingham, “Ministering as the Savior Does,” Liahona, May 2018, 104.

  6. Dieter F. Uchtdorf, “Scatter Your Crumbs” (First Presidency Christmas devotional, Dec. 3, 2017), broadcasts.ChurchofJesusChrist.org.